काबुल में पाकिस्तानी बमबारी! TTP चीफ ढेर, तालिबान में खलबली

Saima Siddiqui
Saima Siddiqui

बीती रात अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में जब लोग नींद में थे, तभी आसमान से जेट विमानों की गड़गड़ाहट सुनाई दी। कुछ ही देर में जोरदार धमाकों ने पूरे इलाके को हिला दिया। पाकिस्तान की ओर से की गई इस एयर स्ट्राइक में कई धमाके अब्दुल हक स्क्वायर के पास हुए, जहां घना रिहायशी इलाका है। स्थानीय लोगों के अनुसार, गोलीबारी की आवाजें और धुएं के गुबार ने दहशत फैला दी।

टारगेट था TTP, ढेर हुए टॉप कमांडर

पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, ये हमला तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के ठिकानों पर किया गया था। इस एयरस्ट्राइक में TTP के कुख्यात प्रमुख मुफ्ती नूर वली मेहसूद, कमांडर कारी सैफुल्लाह मेहसूद और खालिद मेहसूद की मौत हो गई है। ये सभी पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों के मास्टरमाइंड माने जाते थे।

तालिबान सरकार की प्रतिक्रिया – “स्थिति नियंत्रण में है”

तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबिहुल्लाह मुजाहिद ने हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि काबुल में कई घर तबाह हुए हैं और कुछ लोग घायल भी हुए हैं। उन्होंने ट्वीट कर जनता से अपील की कि घबराएं नहीं, सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है और इस हमले की जांच शुरू कर दी गई है

मुत्ताकी के भारत दौरे से क्यों चिढ़ा पाकिस्तान?

इस हमले की टाइमिंग भी सवाल खड़े कर रही है। दरअसल, अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी इस समय भारत के 7 दिवसीय दौरे पर हैं। वे 9 अक्टूबर को भारत पहुंचे थे और 16 अक्टूबर तक रुकेंगे। दौरे का मकसद भारत और अफगानिस्तान के रिश्तों को मज़बूत करना है।

अफगानिस्तान और भारत के बढ़ते संबंधों से पाकिस्तान असहज महसूस कर रहा है, और शायद यही उसकी बौखलाहट का कारण है।

भारत की प्रतिक्रिया?

अब तक भारत सरकार की ओर से इस हमले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह मुद्दा मुत्ताकी और भारतीय अधिकारियों की बैठक में उठ सकता है।

इस हमले ने एक बार फिर पाकिस्तान-अफगानिस्तान के रिश्तों में तनाव ला दिया है। वहीं भारत के साथ अफगान रिश्तों में सुधार की कोशिशों पर भी असर पड़ सकता है। आने वाले दिनों में इस पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और कूटनीतिक हलचल तेज़ हो सकती है।

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